समर्थन में आए भाजपा नेताओं का हैश टैग ' रिलीज कालीचरण' ट्विटर ट्रेंड सुर्खियों में
सीएम बघेल ने सवाल किया वें बताये कि महात्मा गांधी जी को गाली देने वाले कि गिरफ्तारी से वे खुश है दुखी है ?
रायपुर (khabargali) राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को अपशब्द कहने वाले कालीचरण महाराज उर्फ अभिजीत धनंजय सराग को मध्य प्रदेश के खजुराहो से रायपुर पुलिस ने गुरुवार सुबह4:30 बजे खजुराहो से 25 किलोमीटर दूर बागेश्वर धाम में एक किराए कमरे में रुके थे जहाँ से उन्हें गिरफ्तार किया गया। उन्हाेंने अपने सभी माेबाइल नंबर भी बंद कर लिए थे। पुलिस ने कालीचरण महाराज के साथ ही उनकी मदद करने वाले दाे लाेगाें काे भी हिरासत में लिया है। रायपुर पुलिस उसे लेकर छत्तीसगढ़ रवाना हो गई है। बता दें कि कालीचरण के खिलाफ रायपुर, पुणे और अकोला में केस दर्ज किए गए थे। महात्मा गांधी के खिलाफ बयानबाजी के बाद से ही वह फरार थे, इनकी गिरफ्तारी के लिए रायपुर से पुलिस की टीमें दिल्ली, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र गई थीं। संत कालीचरण के खिलाफ पहले धारा 294, 505 (2) के तहत केस दर्ज किया गया था। अब धारा 153 ए (1) (ए), 153 बी (1) (ए), 295 ए, (1) (बी), 124 ए इन वर्गों को भी जोड़ा गया है। जिसमें राजद्रोह का भी मामला शामिल हैं।
मीडिया में तेजी से फैली गिरफ्तारी की खबर
वहीं बाबा कालीचरण की गिरफ्तारी की खबर सुबह होते ही मीडिया में फैल गई। इस गिरफ्तारी के विरोध में भाजपा नेताओं का ट्वीट आना शुरू हो गया है। भाजपा द्वारा बाबा कालीचरण के समर्थन में अब हैश टैग रिलीज कालीचरण नाम का ट्विटर ट्रेंड देशभर में सुर्खियों में आ गया है।
पुलिस से पहले कालीचरण ने बहस की
दो वाहनों में पहुंचे रायपुर पुलिस की टीम के कुछ कर्मियों को नीचे पहरा पर लगा दिया गया और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी लॉज में कालीचरण के कमरे में चले गए। जिस समय पुलिस ने लॉज में छापामारी की उस समय बाबा कालीचरण अपने चार समर्थकों के साथ विश्राम कर रहे थे। अचानक पुलिस को देखकर कालीचरण बहस करने लगे। रायपुर पुलिस के अफसरों ने कहा- चलना पड़ेगा, विरोध करने से कोई फायदा नहीं। इसके बाद टीम ने कालीचरण के परिजनों व अधिवक्ता को सूचना दी कि वे इसे लेकर रायपुर जा रहे हैं। कुछ देर तक कालीचरण से लॉज में ही पूछताछ करने के बाद रायपुर पुलिस की टीम उसे लेकर चली गई। कालीचरण बाबा के साथ ही अन्य उसके दो समर्थकों को भी पुलिस ने अपने हिरासत में ले लिया। सूत्राें की मानें ताे कालीचरण महाराज 27 दिसंबर को खजुराहो पहुंचे थे। यहां शाम 5 बजे वह रेलवे स्टेशन के पास बने पल्लवी गेस्ट हाउस में दो दिन रूके भी थे। इसके बाद वह बिना चेक आउट किए गढ़ा गांव चले गए। जहां से बागेश्वर धाम के पास एक किराए के कमरे से उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार किया है। खास बात यह है कि उनका एक शिष्य गेस्ट हाउस में ही रूका रहा था। इस मामले में बमीठा थाना पुलिस ने विनीत शिवहरे व भागचंद्र शिवहरे काे हिरासत में लिया है।
स्थानीय पुलिस को नहीं थी ख़बर
छतरपुर जिले के बागेश्वर धाम के पास जिस इलाके में लॉज स्थित है वह बमीठा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है। दरअसल स्थानीय पुलिस को छत्तीसगढ़ पुलिस की इस कार्रवाई के बारे में पता ही नहीं चला। जब जानकारी मिली तब स्थानीय पुलिस बमीठा थाना की टीम गेस्ट हाउस पहुंच गई और पल्लवी लॉज के चालक राकेश तिवारी को पूछताछ के लिए थाने ले आई। वहीं लॉज के मालिक राकेश तिवारी के बेटे शंकर ने बताया कि लॉज हमारा है, जहां पर बागेश्वर धाम आश्रम में आने वाले लोग ठहरते हैं।
सीएम बघेल की आई प्रतिक्रिया
कालीचरण महाराज की गिरफ्तारी पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बयान आया है। उन्होंने कहा कि जिन महापुरुष महात्मा गांधी ने विश्व को प्रेम भाईचारा का पाठ पढ़ाया। उनके बारे में अपमानजनक बातें बर्दाश्त नही किया जाएगा। छत्तीसगढ़ पुलिस ने उनको गिरफ्तार किया है। उन्होंने यह ट्वीट गिरफ्तारी मामले में मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के बयान पर मुख्यमंत्री बघेल ने सवाल किया -वें बताये कि महात्मा गांधी जी को गाली देने वाले कि गिरफ्तारी से वे खुश है दुखी है।
बाबा के समर्थन में आए भाजपा नेता
मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कालीचरण की गिरफ्तारी की प्रक्रिया पर ऐतराज जताया है। उन्होंने ट्वीट किया- छत्तीसगढ़ पुलिस को अपने एक्शन की जानकारी मध्यप्रदेश पुलिस को देनी चाहिए थी। इससे इंटरस्टेट प्रोटोकॉल का उल्लंघन हुआ है। मध्यप्रदेश के पुलिस महानिदेशक छत्तीसगढ़ पुलिस से आपत्ति दर्ज कराएंगे।हालांकि जवाब में छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने इसे नियमों के तहत एक्शन करार दिया है। वहीं कई भाजपा नेताओं ने इसके समर्थन में ट्वीट करना शुरू कर दिया। छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने ट्विटर पर लिखा- ऐसी कार्यवाही शासन का दुरुपयोग है। गांधी जी के सिद्धांतों के विरुद्ध है। उन्होने यह भी कहा है कि जो हमारे आस्था के केन्द्र हैं हमारा धर्म है उनके खिलाफ कोई बोलता है तो सामान्य कार्यवाही होती है ऐसे में एक व्यक्ति पर बोलने पर राजद्रोह कैसे हो सकता है।
रायपुर पुलिस ने कहा - गिरफ्तारी विधिक प्रक्रिया के तहत
वहीं इस पर छत्तीसगढ़ पुलिस ने जवाब दिया है कि रायपुर पुलिस द्वारा थाना टिकरापारा के अपराध क्रमांक 578/21 के आरोपी कालीचरण अभिजीत धनंजय सराग को मध्यप्रदेश के खजुराहो के पास से हिरासत में लिया गया है। हिरासत में लेने के बाद आरोपी के वकील को इसकी सूचना दी गई है । हिरासत में लेने के 24 घंटे के भीतर रायपुर पुलिस द्वारा माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर दिया जाएगा। इस प्रकार रायपुर पुलिस द्वारा पूरी विधिक प्रक्रियाओं का पालन करते हुए काली चरण को हिरासत में लिया गया है।
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