भारत से किये करार से पलटा पकिस्तान, अमेरिका ने दी अपनी प्रतिक्रया

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फैसले से पलटा पकिस्तान 

वाशिंगटन(khabargali)। पाकिस्तान ने भारत से चीनी और कपास खरीदने से यू-टर्न ले लिया है। पहले पाकिस्तान ने भारत से चीनी और कपास खरीदने का फैसला किया था लेकिन बाद में पाकिस्तान की सरकार अपने ही फैसले से पलट गई। जिसको लेकर अब अमेरिका का बयान आया है। पाकिस्तान ना सिर्फ अपने फैसले से पलट गया बल्कि उसने 50 हजार टन चीनी खरीदने के लिए ग्लोबल टेंडर जारी किया, जिसमें उसने एक तरह से भारत को ब्लैकलिस्ट में रख दिया है। जिसपर अमेरिका ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।

अमेरिका की प्रतिक्रिया

भारत से चीनी और कपास आयात करने से पलटे पाकिस्तान को लेकर व्हाइट हाउस में अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस से सवाल पूछा गया तो उन्होंने किसी तरह का बयान देने से इनकार कर दिया। अमेरिकी फॉरेन ऑफिस के प्रवक्ता ने कहा कि ‘मैं विशेष तौर पर इस मसले पर किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं देना चाहता हूं। मैं सिर्फ ये कहना चाहता हूं कि अमेरिका भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाली किसी भी सीधी बातचीत का समर्थन करता है और अमेरिका शांतिपूर्ण बातचीत का समर्थन करता रहेगा'

पाकिस्तान का यू टर्न

दरअसल, पहले पाकिस्तान की इकोनॉमिक कॉर्डिनेशन कमेटी ने बेहद महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए भारत के साथ व्यापार संबंध बहाल करने का फैसला लिया था। इस फैसले के तहत पाकिस्तान सरकार ने प्राइवेट कंपनियों को भी भारत से कॉटन और चीनी खरीदी को मंजूरी दे दी थी। रिपोर्ट के मुताबिक, ये फैसला प्रधानमंत्री इमरान खान ने ही लिया था और उन्हीं के कहने पर इरोनॉमिक कॉर्डिनेशन कमेटी ने भारत से चीनी और कपास खरीदने की मंजूरी दी थी। लेकिन, बाद में पाकिस्तान की सरकार पूरी तरह से पलट गई और पाकिस्तान ने भारत से चीनी और कपास खरीदने पर यू टर्न ले लिया। पाकिस्तानी प्रधाननमंत्री ने कहा कि भारत को लेकर उनका पुराना रूख बरकरार है और जब तक कश्मीर में भारत सरकार फिर से अनुच्छेद 370 बहाल नहीं करती है, तब तक पाकिस्तान, भारत से व्यापारिक रिश्ते बहाल नहीं करेगा।

इमरान खान पर सवाल

सिर्फ 24 घंटे के अंदर अपने फैसले से पलट जाने के बाद पाकिस्तान में इमरान खान की खूब फजीहत हुई है। कई जानकारों ने तो ये कहा है कि असल में इमरान खान ने ना ही अपने फैसले को पलटा है और ना ही उन्होंने यू-टर्न लिया है, उन्होंने सिर्फ जनता की नब्ज टटोलने की कोशिश की है और वो एक-दो महीने के बाद इमरान खान फिर से भारत से चीनी और कपास खरीदना शुरू कर देंगे। वहीं, पाकिस्तान में इमरान खान की जबरदस्त आलोचना की गई और कहा गया कि इमरान खान ने कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान के दावे को खत्म कर दिया है।