
चंडीगढ़ (खबरगली) हरियाणा कैडर के वर्ष 2001 बैच के आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार ने चंडीगढ़ के सेक्टर 11 स्थित निवास पर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। एडीजीपी रैंक के वाई पूरन कुमार फिलहाल पीटीसी सुनारिया (रोहतक) में आईजी के पद पर कार्यरत थे। बताया जाता है कि मौके से 8 पन्नों का सुसाइड नोट भी मिला है। पूरन कुमार पूर्व में वरिष्ठ अधिकारियों पर भेदभाव के आरोप लगाकर चर्चा में आए थे। उ न्होंने आईपीएस अधिकारियों के दो-दो सरकारी मकानों पर कब्जे का खुलासा किया था।
अंतिम पत्र में उन्होंने हरियाणा पुलिस के 10 वरिष्ठ अधिकारियों—जिनमें पूर्व और मौजूदा डीजीपी, एडीजीपी और एसपी स्तर के अधिकारी शामिल है जिस पर उन्होंने गंभीर आरोप लगाए हैं। सूत्रों के मुताबिक, यह मामला सिर्फ आत्महत्या का नहीं बल्कि हरियाणा पुलिस के भीतर चल रहे सत्ता संघर्ष और दबाव की गहरी कहानी उजागर करता है।
सुसाइड नोट में यह लिखा
सुसाइड नोट में वाई पूरन कुमार ने लिखा है कि उन्हें कई वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके करियर को खत्म करने और उन्हें बदनाम करने की साजिश रची जा रही थी। सूत्र बताते हैं कि यह विवाद रोहतक के एक भ्रष्टाचार केस से जुड़ा है, जिसकी जांच खुद पूरन कुमार ने शुरू की थी और जिसमें कुछ बड़े अफसरों की भूमिका सवालों के घेरे में आई थी।
रोहतक केस से शुरू हुआ विवाद
मामले की जड़ 6 सितंबर को रोहतक में दर्ज एक भ्रष्टाचार की एफआईआर से जुड़ी बताई जा रही है। उस समय वाई पूरन कुमार आईजी रोहतक रेंज के पद पर तैनात थे। जांच शुरू होने के बाद से ही उन पर दबाव बढ़ने लगा था। अपने नोट में उन्होंने लिखा कि उनके खिलाफ झूठे आरोप गढ़े जा रहे हैं और उन्हें पेशेवर रूप से तोड़ने की कोशिश की जा रही है।
चंडीगढ़ में बेसमेंट से मिला शव
सोमवार (6 अक्टूबर) दोपहर करीब 1:30 बजे चंडीगढ़ पुलिस को सेक्टर-11 स्थित उनके घर से आत्महत्या की सूचना मिली। पुलिस जब पहुंची तो उनका शव घर के बेसमेंट के कमरे में पड़ा था। उनके सिर में गोली लगी थी और मौके से एक हथियार, वसीयत और अन्य दस्तावेज बरामद किए गए। फॉरेंसिक टीम ने पूरे घर की वीडियोग्राफी और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य जब्त किए हैं।
पत्नी अमनीत पी. कुमार उस समय थीं विदेश दौरे पर
आईपीएस पूरन कुमार की पत्नी अमनीत पी. कुमार हरियाणा कैडर की आईएएस अधिकारी हैं और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ जापान दौरे पर थीं। घटना के वक्त वह घर पर मौजूद नहीं थीं। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम उनकी पत्नी के लौटने के बाद ही डॉक्टरों की विशेष टीम द्वारा किया जाएगा।
ईमानदार छवि के अफसर थे पूरन कुमार
2001 बैच के आईपीएस वाई पूरन कुमार इस समय पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज में पदस्थ थे। इससे पहले वह आईजी रोहतक रेंज सहित कई अहम पदों पर काम कर चुके थे। सहकर्मियों के मुताबिक, वह सख्त और ईमानदार अफसर माने जाते थे, जो किसी भी गलत काम या भ्रष्टाचार के खिलाफ खुलकर बोलते थे।
जांच के लिए बनी विशेष टीम
चंडीगढ़ पुलिस ने मामले की गहन जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) गठित किया है। टीम सुसाइड नोट, डिजिटल रिकॉर्ड, कॉल डिटेल्स और सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है। वहीं, हरियाणा सरकार ने भी इस पूरे प्रकरण की विस्तृत रिपोर्ट तलब की है।
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