दूध

बच्चों के लिए पौष्टिक आहार, दूध, खेल सामग्री, आउटडोर खेल सामग्री सहित पठन-पाठन की सामग्री होगी उपलब्ध

महासमुंद (khabargali) कामकाजी महिलाओं खासकर महिला मजदूरों की परेशानी यह होती है कि या तो वे काम पर अपने बच्चों को नहीं ले जा पाती जिनसे उनके बच्चे की ठीक ढंग से देखभाल नहीं हो पाती। या फिर बच्चे को काम पर ले जाने के कारण उनके कार्य की अवधि घट जाती है, जिससे उन्हें अच्छी मजदूरी नहीं मिल पाती। इसी समस्या के समाधान के लिए यह मॉडल पालना घर खोला जा रहा है। दरअसल, अब शहर के कलेक्टोरेट परिसर में पालनाघर सर्वसुविधायुक्त "मोर दाई के कोरा" खुल गया है। जहां