कोरोना मरीजों के इलाज मे अस्पतालों का नया तरीका, जिससे बेड की समस्या हो रही खत्म

Covid-19 Hospital khabargali

प्रोटोकॉल में किया गया है बदलाव

रायपुर(khabargali)। राजधानी में कोरोना के हर दिन मिल रहे 2 हजार से ज्यादा केस के चलते हेल्थ विभाग ने अस्पताल और केयर सेंटर में इलाज का नया सिस्टम बनाया है। दूसरी लहर में चूंकि बड़ी संख्या में ऐसे मरीज आ रहे हैं जिनको ऑक्सीजन इंजेक्शन जैसी जरूरतें पड़ रही है। इसको देखते हुए ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल में हेल्थ विभाग के द्वारा दो हफ्ते बदलाव भी किया गया था। अब सामान्य हो रहे मरीजों को अस्पतालों में 5 दिन से ज्यादा नहीं रखा जा रहा है। इन पांच दिनों में उन्हें जरूरी इंजेक्शन और ऑक्सीजन का कोर्स पूरा करवाया जा रहा है।

मरीजों को 5 दिन मे ही छुट्टी 

अगर मरीज इसके बाद ठीक स्थिति में रहता है और उसे बुखार या सांस लेने में दिक्कत जैसी कोई तकलीफ नहीं रहती है तो ऐसे मरीजों को अगले 17 दिन की दवाएं देकर अस्पताल से छुट्‌टी दी जा रही है। मरीज बाकी 17 दिनों में घर में रहकर दवाएं खा रहे हैं और इस दौरान कोई दिक्कत आने पर अस्पताल में भर्ती भी किए जा रहे हैं। हालांकि ऐसे केस कम है। इसका लाभ यह हुआ है कि मरीज स्वस्थ भी हो रहे हैं और अस्पतालों में नए मरीजों की बेड की मारामारी भी कुछ कम हुई है।

डॉक्टरों के मुताबिक अस्पताल में मरीज को पांच दिन रखकर शुरूआती पांच दिन में उसे लगने वाले इंजेक्शन के सारे डोज दिए जाते हैं। लालपुर केयर सेंटर के डॉ. प्रशांत साहू के मुताबिक इस दौरान मरीज पर बारीकी से नजर रखी जाती है। दवाओं का उस पर असर भी देखा जाता है। अगर मरीज को कोई दूसरी दिक्कत नहीं हो रही है। बगैर इंजेक्शन और ऑक्सीजन के केवल दवाओं के जरिए होम आइसोलेशन के मरीजों के साथ उसका इलाज हो सकता है तो उसे काफी सारी हिदायतों के साथ ही छुट्‌टी दी जाती है। 17 दिन तक होम आइसोलेशन के दौरान उसकी बाकी गतिविधियों जैसे ऑक्सीजन के स्तर, शरीर के तापमान जैसी बाकी बातों पर मरीजों को नजर रखने के लिए कहा जाता है। अगर दिक्कत आती है तो उसे फिर से अस्पताल में भर्ती कर लिया जाता है।

नए सिस्टम का असर, रविवार को 7416 में से 2316 बिस्तर खाली

राजधानी में हर दिन औसतन 2 हजार से साढ़े 3 हजार के बीच मरीज मिल रहे हैं। जबकि स्वस्थ हो रहे मरीजों की संख्या इसकी करीब दोगुनी तक हो गई है। यानी हर दिन 3 हजार से साढ़े 4 हजार के बीच मरीज स्वस्थ हो रहे हैं। हेल्थ विभाग के अस्पतालों में खाली बिस्तर बताने के लिए बनाए गए मॉनिटरिंग पोर्टल के मुताबिक रविवार रात 9 बजे की स्थिति में कुल 7416 में से 2316 बिस्तर खाली स्थिति में थे। दरअसल शहर में सरकारी और प्राइवेट मिलाकर कुल 104 अस्पताल और केयर सेंटर हैं। हालांकि इसमें दस से भी ज्यादा प्राइवेट अस्पतालों ने अपने यहां मरीजों की स्थिति को अपडेट नहीं किया है।

दूसरी लहर 24 दिन स्वस्थ हुए मरीज

कुल डिस्चार्ज -55857

अस्पताल से- 3004

घर से -52853

स्वस्थ होने वाले भी अधिक

दूसरी लहर में अप्रैल के 24 दिन में रायपुर में 55,857 से ज्यादा मरीज डिस्चार्ज हुए हैं। जिनमें से 52853 मरीज होम आइसोलेशन से डिस्चार्ज हुए हैं। जबकि 3004 मरीज अस्पताल या केयर सेंटर से स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज हुए हैं। रायपुर में फिलहाल की स्थिति में औसतन 23 सौ से अधिक मरीज रोज स्वस्थ हो रहे हैं। कई बार ये संख्या मिल रहे नए मरीजों से दोगुनी तक हो जाती है। हालांकि पांच दिन में अस्पताल से होम आइसोलेशन भिजवाने का सिस्टम फिलहाल सरकारी अस्पताल और केयर सेंटर में ही चल रहा है। जिनकी तादाद रायपुर में 14 है। इसमें कोरोना अस्पताल 3 और केयर सेंटर 11 हैं।

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