कोरोना वैक्सीन लगाने से शरीर में चुम्बकीय गुण आने के दावे भ्रामक : डॉ. दिनेश मिश्र

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हर व्यक्ति को बेहिचक वैक्सीन लगवाना चाहिए.

रायपुर (khabargali) अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ. दिनेश मिश्र ने कहा, देश के अलग अलग हिस्सों से पिछले कुछ दिनों से कोरोना वैक्सीन के सम्बंध में अलग अलग दावे आ रहे हैं,कोई शरीर में चुम्बकत्व आने का दावा कर रहा है तो कहीं वैक्सीन के दुष्प्रभाव को लेकर शंका है. पर,कोरोना वैक्सीन को लेकर लोगों को किसी भी भ्रम,सन्देह में नहीं आना चाहिए ,कोरोना की वैक्सीन वह टीका है जो शरीर में कोरोना से बचाव के लिए प्रतिरोधक क्षमता पैदा करती है .यह किसी भी प्रकार से किसी भी व्यक्ति के शरीर में चुंबकीय शक्ति पैदा नहीं कर सकती और न ही कोई दुष्प्रभाव है, वैक्सीन से चुम्बकत्व और दुष्प्रभाव के संबंध में किए जा रहे सारे दावे और बातें निराधार हैं. पहले भी कई बार कुछ लोगों द्वारा खुद के शरीर में चुंबकीय शक्ति होने की बात कही गई ,पर बाद में उनके दावे गलत साबित हुए . किसी भी व्यक्ति के शरीर में किसी भी व्यक्ति के शरीर में किसी वस्तु के चिपकने का कारण उसकी और चिपकने वाली वस्तु के बीच में एक स्पर्श होना है.

डॉ दिनेश मिश्र ने कहा हर व्यक्ति की त्वचा में पसीने की ग्रंथियॉं होती है जिनसे पसीना बाहर आता है और हमारे पसीने का एक प्रमुख तत्व पानी के अलावा सीबम एक तेलीय पदार्थ होता है जो सेबसियस ग्लैंड से निकलता है, यह हमारे पसीने को चिपचिपा बनाता है ,इसके साथ ही हमारे पसीने में नमक के अलावा अन्य तत्व भी होते है और इस कारण हल्की वस्तु उस स्थान पर चिपक सकती है जहां पर पसीना अधिक हो और जब पसीना सूख जाता है,तब कुछ देर बाद वह वस्तु गिर जाती है . किसी भी प्रकार से इसमें वैक्सीन से चुम्बकत्व उत्पन्न होने जैसी कोई बात सही नहीं है .

 पिछले दो-तीन दिनों में दिल्ली, महाराष्ट्र ,छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव और रायपुर से जो मामले प्रकाश में आए उनमें यही बताया गया जब उन्होंने खबर में देखा कि किसी व्यक्ति को टीका लगाने के बाद चीजें शरीर में चिपक रही हैं तब उन्होंने भी अपने शरीर में चिपकाने का प्रयास किया और अन्य लोगों को बताया कि उनके शरीर में भी चुंबकीय गुण पैदा हो गया है ,जबकि चुंबक लोहे को आकर्षित करता हैं और चुम्बक से लोहे की वस्तुये चिपकती हैं स्टील ,प्लास्टिक की वस्तुएं वैसे भी चुंबक से नहीं चिपकती, क्योंकि स्टील शुद्ध लोहा नहीं होता. दूसरी बात यह कि अगर किसी व्यक्ति के शरीर में चुंबकत्व है तो उसके शरीर के हर हिस्से में लोहे की वस्तुएं चिपकना चाहिए ,लेकिन सिर में किसी ने भी दावा नहीं किया कि उसके सिर में भी चुंबकत्व है सिर में बाल होते हैं,शरीर के जिस हिस्से की त्वचा में जैसे जिनकी बांह का ऊपरी हिस्सा, सीने गर्दन और पेट के हिस्से त्वचा अपेक्षाकृत चिकनी ,नम,तैलीय और रहती है वहां पर ऐसी हल्की,वस्तु चिपक रही हैं ,कुछ लोगों ने तो यह भी कह दिया टेलीविजन का रिमोट भी शरीर से चिपक रहा है , डॉ. दिनेश मिश्र ने कहा आम लोगों को इस प्रकार के दावों पर ध्यान देकर भ्रमित होने की आवश्यकता नहीं है ,पहली बात तो यह कोई भी हल्की कम वजन की चीजें व्यक्ति के शरीर पर नमी से चिपकायी जा सकती हैं ,लेकिन इससे यह प्रमाणित नहीं होता कि उसमें चुंबकत्व का गुण आ गया है और दूसरी बात यह भी है प्रचार हो रहा है वैक्सीन लगाने के बाद यह हुआ है ,अगर लोगों ने पहले भी प्रयास किया होता तो भी उनके शरीर में इस प्रकार की वस्तुएं चिपक सकती थी. ऐसा कई बार हुआ है कि कुछ लोगों ने दावा किया कि उनके शरीर में चुंबकत्व है, तब समिति के कार्यकर्ताओं ने जब जांच की तो उनके दावे झूठे पाए गए.

डॉ.दिनेश मिश्र ने कहा देश में वर्तमान में कोरोना जैसी महामारी के खिलाफ टीकाकरण अभियान जोर शोर से चल रहा है,20 करोड़ से अधिक लोगों का टीकाकरण हो चुका है. सभी प्रदेशों में टीके लगाए जा रहे हैं, सरकारें गंभीरता से इस कार्यक्रम को पूरा करने में लगी हुई है और कोरोना से बचाव का एकमात्र उपाय संपूर्ण टीकाकरण ही है इसलिए लोगों को इस प्रकार की भ्रामक बातें प्रचारित करने से बचना चाहिए इस प्रकार की भ्रामक बातें और दावों से अफवाहें फैलती हैं और जिसे भ्रम ,अंधविश्वास बढ़ता है जबकि आज की स्थिति में देश में टीकाकरण बहुत आवश्यक है. हर नागरिक को टीकाकरण अभियान में सहयोग करना चाहिए और अपने आसपास के लोग जो अभी भी टीका लगवाने से हिचक रहे हैं और उनके मन में भ्रमशंकाएं है उन्हें दूर करने का प्रयास करना चाहिए.