विद्यार्थियों की बनाई प्रियंका फ्रेण्ड्स सोशल वेलफेयर सोसायटी की अब तक की गतिविधियां सराहनीय हैं
रायपुर (khabargali) विद्यार्थी अगर अपनी पढ़ाई के बीच समय निकालकर समाज सेवा करें और उसमें हुए आर्थिक ख़र्च को पूरा करने के लिए अपने जेब ख़र्च के मिले पैसे का इस्तेमाल करें तो यह वाकई दूसरे बच्चों के लिए अनुकरणीय है। ऐसा ही मिसाल प्रस्तुत किया है राजधानी के विद्यार्थियों ने प्रियंका फ्रेण्ड्स सोशल वेलफेयर सोसायटी बनाकर जो कि अब छत्तीसगढ़ स्तर पर अपना आकर ले लिया है, सोसायटी का पंंजीयन क्रमांक 122202034775 है.
देश सेवा भी करने का लिया संकल्प
स्कूल- कॉलेज में पढ़ने वाले ये विद्यार्थी इस संस्था के माध्यम से प्रदेश स्तर पर समाजसेवा के साथ देश सेवा करने का संकल्प लेकर कार्य कर रहे हैं. बिना किसी सरकारी मदद के ये अपने जेब खर्च की राशि से हर माह जमा कर जरूरतमंदों- गरीबों, असहाय, मरीजों की मदद करते आ रहे हैं.
अगस्त 2019 से सक्रिय है संस्था
एक पत्रवार्ता में प्रियंका फ्रेण्ड्स सोशल वेलफेयर सोसायटी के संरक्षक डॉ. हितेश दीवान, भूपेंद्र साहू, की अध्यक्ष कु. प्रियंका वैष्णव, सचिव श्रीमती सरिता वैष्णव, मीडिया प्रभारी कु. गंगा साहू ने बताया कि अगस्त 2019 से संस्था ने अपना काम शुरू किया है.
इन आयोजनों से सराहना मिली
कोपलवाणी में बच्चों के संग फ्रेण्ड्सशिप डे मनाने के साथ ‘पुत्री दिवस’ पर डॉ. भीमराव अंबेडकर हॉस्पिटल में मरीजों को फल वितरण किया. इसके बाद प्रदेश सरकार की विभिन्न जन जागरूकता कार्यक्रमों का प्रचार करने जैसे, ‘नो - प्लास्टिक ’ ‘पर्यावरण संरक्षण’, ‘जल है तो कल है’, ‘भ्रूण हत्या’, ‘टैफिक नियमों का पालन करने’, ‘ दहेज प्रताड़ना’, ‘प्रदूषण’, ‘स्वास्थ संबंधी’, ‘नशा मुक्ति’ आदि पर कार्यक्रम करते हैं. गरीब युवतियों- महिलाओं को स्वरोजगार करने सिलाई, बुनाई - कढ़ाई, हैण्डीक्राफ्ट, कुकिंग, बड़ी - पापड़, व्यंजन आदि बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. जगह- जगह नुक्कड़ नाटक, कपडे का थैला वितरण कार्य आज भी कर रहे हैं.
कोरोना काल में भी जम कर की समाज सेवा
मार्च 2020 में कोरना संक्रमण के दौरान लॉकडाउन के दौरान एक ओर जहां गरीबों को राशन, मॉस्क सहित जरूरत का सामान वितरण किया वहीं स्मार्ट सिटी लिमिटेड, छत्तीसगढ़ शासन को लगभग 1000 मॉस्क संस्था के माध्यम से छात्राओं ने सिलकर दिए. साथ ही नुक्कड़ नाटक कर लोगों को कोरोना से बचने, मॉस्क पहनने, साबून से हाथ धोने, सोशल डिस्टेंस का पालन करने, सैनिटाइजर का इस्तेमाल आदि विस्तार से बताया गया. इसके अलावा संस्था के सदस्य रात में जरूरतमदों को ठंड से बचाने गर्म कपड़े और कंबल का वितरण कर रहे हैं. इसके अलावा शहर के हॉस्पिटलों में जाकर जरूरतमंद मरीजों के परिजनों की हर सम्भव मदद करते है.
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